घर बैठे एसडीएम से ऑनलाइन शिकायत कैसे करें?

हमारे देश में ज्यादातर विवाद जमीन हड़पने और रिश्तो के ऊपर देखने को मिलते हैं। कोई व्यक्ति किसी की जमीन पर कब्जा कर लेता है। तो जिस व्यक्ति की जमीन होती है। वह व्यक्ति सोचता है कि आखिर वह अपनी जमीन पर से किसी व्यक्ति का कब्जा कैसे हटाए? बहुत सारे लोग सरकारी सड़क पर अतिक्रमण कर लेते हैं तो आसपास के लोगों के मन में यह सवाल अवश्य आता है। आखिर उन्हें अब क्या करना चाहिए? जिसके तहत उनके आस पास की सरकारी सड़क खाली हो जाए। तो आज हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे।

ऐसे किसी भी विवाद के चलते यह तो सब जानते हैं कि उन्हें SDM से शिकायत करनी होती है। परंतु लोगों को इस बात का नहीं पता होता कि आखिर वह SDM से शिकायत कैसे करें? उन्हें इस प्रक्रिया से संबंधित कोई भी जानकारी नहीं होती है। यदि आप जानना चाहते हैं की SDM से शिकायत कैसे करें? तो। आज हम अपनी पोस्ट में SDM से  शिकायत कैसे करें? से संबंधित सारी जानकारी तथा पूरी प्रक्रिया के बारे में बताएं। साथ ही आपकी समस्या का समाधान आपको कैसे मिलेगा। इसके बारे में भी आपको इस लेख में पता चलेगा। अधिक जानकारी के लिए हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े।

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एसडीएम कौन होता है? Who is SDM?

SDM से कैसे शिकायत करें? इससे पहले आपको यह पता होना आवश्यक है। कि एसडीएम कौन होता है? एसडीएम की फुल फॉर्म Sub Divisional Magistrate होती है। इसे हिंदी में उप प्रभागीय न्यायाधीश के नाम से भी पुकारा जाता है। एसडीएम की भर्ती संघ लोक सेवा आयोग यानी यूपीएससी के साथ राज्य के पब्लिक सर्विस कमीशन के माध्यम से आयोजित की जाती हैं। यह परीक्षा तीन भागों में होती है। उसके बाद मेरिट लगती है। तब जाकर कोई व्यक्ति एसडीएम की पोस्ट को प्राप्त करता है।

घर बैठे एसडीएम से ऑनलाइन शिकायत कैसे करें?

राज्य की सिविल सेवा परीक्षा यानी सीएसई (CSE) में सबसे बड़ा पद एसडीएम की पोस्ट का ही होता है। यूपीएससी की परीक्षा में सफल होने वाले व्यक्ति को SDM की पोस्ट पर तैनात कर दिया जाता है। तथा आईएएस ऑफिसर को अपनी ट्रेनिंग के बाद पहली तैनाती SDM officer के पद पर ही मिलती है। यह अपने क्षेत्र में प्रशासन संबंधित कार्य को देखता है।

एसडीम के पास किस प्रकार की शिकायतें की जा सकती हैं? | (What type of complaints can be made to SDM?)

शिकायत करने की प्रक्रिया जानने से पहले आपके मन में यह सवाल का अवश्य आया होगा। कि आखिर आप किस प्रकार की समस्याओं की शिकायत एसडीएम ऑफिसर के सामने कर सकते हैं। आप एसडीएम ऑफिसर से किस प्रकार की शिकायत कर सकते हैं। इसका ब्योरा निम्न प्रकार है-

  • जमीन पर कब्जा होने से संबंधित शिकायत।
  • सरकारी रास्ते में अतिक्रमण होने से संबंधित शिकायत।
  • ग्राम प्रधान की शिकायत।
  • बाढ़, आपदा संबंधित शिकायत।
  • किसी व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक तौर पर परेशान करने की शिकायत।
  • अपने गांव अथवा क्षेत्र से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत।
  • इस प्रकार की अन्य शिकायतें।

एसडीएम से शिकायत करने की क्या प्रक्रिया है? What is the process of complaint to SDM?

अब हम आपको बताएंगे कि एसडीएम से शिकायत करने की प्रक्रिया क्या होती है? इसके लिए आपको क्या-क्या करना होगा। इसकी संपूर्ण जानकारी हमने नीचे पॉइंट के माध्यम से आपको दी है।

  • एक सादा कागज ले और उस पर आवेदन पत्र लिखें।
  • SDM को भेजा जाने वाले इस शिकायती पत्र मैं शिकायत का विस्तार पूर्वक उल्लेख होना चाहिए।
  • इसके पश्चात आपको यह शिकायती पत्र एसडीएम कार्यालय तक जाकर जमा करना होगा।
  • यदि आप चाहें तो SDM के साथ मीटिंग करके भी उन्हें यह शिकायती पत्र दे सकते हैं।
  • यदि आपके पास शिकायत से संबंधित कोई भी प्रूफ है। तो उसे अपने शिकायती पत्र के साथ जरूर अटैच करें।
  • ऐसा करने से शिकायतकर्ता का पक्ष मजबूत हो जाएगा और इस शिकायत की जांच और कार्यवाही सही ढंग से की जा सकेगी।

क्या कार्यालय के अलावा किसी और तरीके से भी एसडीएम से शिकायत कर सकते हैं? (Is there any other way to complain to SDM?)

जी हां, यदि आप घर बैठे ही एसडीएम के पास तक अपनी शिकायत को पहुँचाना चाहते हैं या फिर आपके पास एसडीएम कार्यालय जाने तक का समय नहीं है। तो आप डाक के माध्यम से अपने शिकायती पत्र को एसडीएम कार्यालय तक पहुंचा सकते हैं। आपको अपने शिकायती पत्र को सबूत के साथ अपने जिला के एसडीम कार्यालय तक पहुंचाना होगा। इसके पश्चात SDM कार्यालय से आपकी शिकायत पर जांच की जाएगी। इसके बाद यदि आपकी शिकायत सही हुई तो आपके हित में कार्रवाई शुरू की जाएगी।

जनसुनवाई के माध्यम से भी एसडीएम तक शिकायत पहुचा सकते हैं? (You can reach to SDM with your complaint through Jansunwayi too)

ऐसा इसलिए है कि दूर के ग्रामीण क्षेत्रों में समस्याएं सुनने के लिए तहसील स्तर पर जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत एसडीएम ग्रामीण लोगों की समस्याओं को सुनते हैं और मौके पर ही ग्रामीण जनता की समस्याओं के समाधान के लिए अन्य विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए जाते हैं। इस कार्यक्रम का आयोजन इसलिए किया जाता है। कि दूर के गांव के लोगों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए तहसील के चक्कर न काटने पड़ें। जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजन होने से पहले उसकी तिथि की खबर ग्रामीण लोगों तक पहुंचाई जाती है।

यह इसलिए किया जाता है। ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण लोग इस कार्यक्रम में भाग ले और अपनी समस्याओं को सामने रखे। इस जनसुनवाई में विभिन्न विभागों के अधिकारी भी होते हैं। परेशानी सुनने के तत्पश्चात एसडीएम पर ही उन अधिकारियों को ग्रामीण लोगो की समस्याओं को सुलझाने के निर्देश देते हैं। साथ ही ऐसा करने के लिए एक निर्धारित तिथि भी देते हैं। यदि तब तक अधिकारियों द्वारा यह समस्या नहीं सुलझाई जाती है।  तो उन अधिकारियों पर एसडीएम द्वारा कार्रवाई की जाती है।

यदि एसडीएम शिकायत न सुने तो क्या करें? | (What to do if SDM doesn’t listen to the complaint? )

कई बार ऐसा होता है की बहुत सारी शिकायत होने के कारण SDM आपकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं कर पाता है या फिर विपक्षी के साथ अच्छे संबंध या अन्य दवाब के कारण SDM के द्वारा आपकी शिकायत पर कार्रवाई नही की जाती है।

तो ऐसी स्थिति में आपको क्या करना चाहिए? आवश्यक तौर पर आपके मन में यह सवाल आया होगा। तो दोस्तों यदि SDM आपकी शिकायत नहीं सुनते हैं या फिर आपकी शिकायत पर कोई भी कार्रवाई करने से इनकार कर देते हैं। तो आप अपनी शिकायत उच्च अधिकारी यानी DM तक पहुंचा सकते हैं। वहां से निश्चित तौर पर आपकी शिकायत को सुनकर कार्यवाही की जाएगी।

क्या डीएम के पास ऑनलाइन शिकायत की जा सकती है? (Can a person complain to DM online too?)

हमने आपको ऊपर बताया है कि यदि एसडीएम जिनके द्वारा आपकी शिकायत ना सुनी जाए तो आप सीधे डीएम ऑफिसर को अपनी शिकायत पहुंचा सकते हैं। इसमें सबसे अच्छी बात तो यह है कि आपको इसके लिए डीएम कार्यालय के चक्कर नहीं काटने की कोई आवश्यकता नहीं होती है। यदि आप उत्तर प्रदेश यानी यूपी के निवासी हैं। तो आप घर बैठे ही अपनी शिकायत डीएम ऑफिसर तक पहुंचा सकते हैं।

डीएम कार्यालय तक अपनी शिकायत पहुंचाने के लिए सरकार की ओर से जन सुनवाई पोर्टल को पहले ही लॉन्च कर दिया गया है। इसमें जैसे ही आप शिकायत दर्ज करते हैं। उसके 1 सप्ताह के भीतर कार्रवाई की अवधि निश्चित की जाती है। यहां तक कि शिकायतकर्ता अपनी शिकायत को लेकर रिमाइंडर भी दे सकते हैं।  इस पोर्टल पर हम किस प्रकार कार्य कर सकते हैं। इसकी जानकारी हमने नीचे दी है। जो कि निम्न प्रकार है-

वेबसाइट पर जाएं:-  वेबसाइट पर जाने के लिए आपको सर्वप्रथम अपने एंड्रॉयड फोन या फिर लैपटॉप की आवश्यकता होगी। आप इसमें जनसुनवाई पोर्टल की ऑफिशल वेबसाइट http://jansunwai.up.in/ को ओपन करें।

शिकायत पंजीकरण पर क्लिक करें:- जैसे ही आप इस वेबसाइट को ओपन करेंगे। आपके सामने एक होम पेज ओपन हो जाएगा। जिसपे आपको शिकायत पंजीकरण का लिंक दिखाई देगा। आपको इस लिंक पर क्लिक करना होगा।

घर बैठे एसडीएम से ऑनलाइन शिकायत कैसे करें?

आई एक्सेप्ट पर टिक करें:- इसके तत्पश्चात आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा। इसमें दी गई टर्म एंड कंडीशन को पढ़ने के बाद आपको आई एक्सेप्ट के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।

घर बैठे एसडीएम से ऑनलाइन शिकायत कैसे करें?

सबमिट बटन पर क्लिक करें:- ऐसा करने के बाद नीचे एक सबमिट बटन दिया होगा। जिस पर आपको क्लिक करना होगा।

ई-मेल मोबाइल नंबर दर्ज करें:- अब आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा। यहां आपको अपना मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और दिया हुआ कैप्चा कोड भरना होगा।

घर बैठे एसडीएम से ऑनलाइन शिकायत कैसे करें?

ओटीपी वेरीफाई करें:- इसके बाद आपको इस पोर्टल के द्वारा आपके रजिस्टर मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा। जिसके जरिए आपको अपने मोबाइल नंबर को वेरीफाई करना होगा। जैसे ही आप OTP दिए गए बॉक्स में fill करेंगे। आपका नंबर वेरीफाई हो जाएगा।

डॉक्यूमेंट अपलोड करें:- अब आपके सामने एक दूसरा पेज खुल जाएगा। इसमें आपको अपनी शिकायत का  विस्तार पूर्वक उल्लेख करना होगा। साथ ही शिकायत से संबंधित प्रूफ की स्कैन कॉपी भी अपलोड करनी है। और दिए गए सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा। तथा आगे की ओर बढ़े।

शिकायत दर्ज हुई:- ऐसा करने के बाद ही आपकी शिकायत दर्ज हो जाएगी। उसके बाद ही आपको अपने मोबाइल नंबर पर एक कंप्लेंट रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त होगा। भविष्य के संदर्भ को ध्यान में रखते हुए आपको यह नंबर सुरक्षित रखना होगा। क्योंकि बाद में आप इस नंबर की सहायता से अपनी शिकायत का स्टेटस ट्रेक ठीक कर सकते हैं।

 शिकायत के दायरे में क्या-क्या नहीं आएगा? (What is not included in the Circle of Complaint?)

यदि आप एसडीएम से किसी भी तथ्य पर शिकायत करना चाहते हैं। तो आज हम आपको बताएंगे कि कौन सी ऐसी शिकायतें हैं। जो एसडीएम की शिकायतों के दायरे में नहीं आती हैं। यह निम्न प्रकार है-

  • सूचना के अधिकार से संबंधित संपूर्ण मामले एसडीएम के दायरे के अंदर नहीं आते है।
  • कोर्ट में विचाराधीन प्रकरण।
  • आर्थिक शिकायत अथवा नौकरी दिए जाने की मांग एसडीम के दायरे में नहीं आते है।
  • सरकारी सेवकों एवं कर्मचारियों की सेवा संबंधित शिकायतें, उनका ट्रांसफर जब तक कि उन्होंने विभाग में मौजूद सभी विकल्पों का इस्तेमाल ना कर लिया हो। तब तक SDM के दायरे में नहीं आते है।

एसडीएम से शिकायत कैसे करें? से संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs)

Q:- एसडीम कौन होता है?

Ans:-  राज्य की सिविल सेवा सर्विस यानी CES में सबसे बड़ा पर एसडीएम ऑफिसर का ही होता है। IAS officer को भी ट्रेंनिग के बाद सर्वप्रथम SDM के पद पर तैनात किया जाता है।

Q:- एसडीएम से किस प्रकार की शिकायतें की जा सकती हैं?

Ans:- किसी व्यक्ति का जमीन पर कब्जा, प्रधान की शिकायत, अतिक्रमण, किसी व्यक्ति द्वारा परेशान की जाने वाली शिकायत आदि जैसी शिकायतें की जा सकती है।

Q:- SDM से शिकायत कैसे कर सकते हैं?

Ans:- एसडीएम से शिकायत करने की संपूर्ण जानकारी ऊपर हमने अपनी पोस्ट के दी है। जिसके माध्यम से आप अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

Q:- शिकायत करने के बाद उसका प्रूफ लगाना आवश्यक होता है क्या?

Ans:- शिकायतकर्ता के पास प्रूफ है तो उसे लगाना आवश्यक है। जिसके माध्यम से कार्रवाई में आसानी होती है।

Q:- यदि एसडीएम शिकायत ना करें तो क्या करना चाहिए?

Ans:- यदि SDM के द्वारा आपकी शिकायत नहीं सुनी जाती है। तो आपको उच्च अधिकारी DM के पास शिकायत दर्ज करनी चाहिए।

Q:- क्या डीएम से ऑनलाइन शिकायत की जा सकती है?

Ans:- जी हां, आम जनता की डीएम से ऑनलाइन माध्यम से शिकायत करने में सक्षम होती है।

निष्कर्ष

(Conclusion)

आज हमने आपको SDM se shikayat kaise kare? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी प्रदान की है। यदि आपके आसपास की सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हुआ है या फिर आपकी कोई जमीन किसी व्यक्ति के कब्जे में है। तो आप भी SDM के पास शिकायत दर्ज करा सकते हैं। यदि आपको इसकी प्रक्रिया के बारे में कोई भी जानकारी नही है। तो हमने अपनी पोस्ट में इसकी संपूर्ण प्रक्रिया विस्तार पूर्वक बताई है। हमे उम्मीद है आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी। यदि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आई हो तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइए साथ ही हमारे द्वारा दी गई इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

Comments (9)

  1. जमीन से संबंधित शिकायतों को 181से एस डी एम कार्यालय में क्यों नहीं भेजा जाता है तहसीलदार आफिस में क्यों भेज देते हैं भाई

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  2. फेसबुक में विज्ञापन दे कर 4600रु में कान की दवाई भेज दी जिसका असर एक पैसे का भी नही हुआ सरासर मेरे साथ फ्राड हो गया इसकी शिकायत कहां करूं

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  3. Jay Bharat sati janma anokhi online Hitler mate karo chuke hamara padositi Ganga vicho Maro Naam Kamlesh Bhai Solanki uda bhai Solanki sar Maro padosi Mane khatarnak hairan kare chheni Mari nakhwani dhamki aap piche ke bhajan hamen vinati karyvahi Kami karo Saheb

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