नगर पंचायत क्या होती है? कार्य, गठन और चुनाव प्रक्रिया

गांव के विकास कार्यों के लिए सरकार द्वारा पंचायती राज व्यवस्था की स्थापना की गई थी। इसी के तर्ज पर शहरी स्थानीय के रूप में नगर पंचायत की स्थापना की गई है। यह सरकार द्वारा 74 वें संविधान संशोधन के रूप में स्थापित किया गया है और शहरी स्थानीय शासन को भी तीन स्तरीय पर विभाजित किया गया है। इस की सबसे छोटी इकाई के अंतर्गत नगर पंचायत के बाद नगर परिषद व नगर निगम को प्रस्तावित किया गया है। वैसे तो पहले भी अनुच्छेद 40 के अनुसार स्थानीय निकाय को की मान्यता दी गयी थी।

अनुच्छेद 40 में इच्छा अनुरूप कार्य ना होने पर केंद्र सरकार को इसके अंतर्गत संशोधन करना पड़ा। अब इसे संवैधानिक रूप से स्वीकार किया गया है। नगर पंचायत क्या होती है? और नगर पंचायत से जुड़ी सभी जानकारी को यदि आप प्राप्त करना चाहते हैं। तो आज हम आपको अपने इस लेख में नगर पंचायत क्या होती है? इसकी पूरी जानकारी हिंदी में देंगे और बताएंगे कि नगर पंचायत की आवश्यकता क्यों पड़ी और किस लिए नगर पंचायत की स्थापना की गई? अधिक जानकारी के लिए हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।

नगर पंचायत क्या है? What is Nagar Panchayat?

नगर पंचायत क्या होती है कार्य, गठन और चुनाव प्रक्रिया

सरकार द्वारा नगर पंचायत को शहरी स्थानीय निकाय के तीन स्तरीय रूप में सबसे छोटी इकाई बनाया गया है। नगर पालिका व्यवस्था के अनुसार हम नगर पंचायत को इस प्रकार से परिभाषित करने में सक्षम होते हैं। जो कि निम्न प्रकार है।

  • ऐसे क्षेत्री या गांव जो गांव से या अविकसित क्षेत्र से शहरी क्षेत्र बनने के लिए अग्रसर होते हैं। उन्हें नगर पंचायत के रूप में निर्धारित किया गया है।
  • भारतीय संविधान के द्वारा 12वीं सूची में 18 विषय निर्धारित किए गए हैं। जिन पर नगर पालिका को कानून बनाने का अधिकार प्रदान किया गया है।

संविधान द्वारा 12वीं सूची में विषय

भारतीय संविधान द्वारा नगरपालिका को निर्धारित 18 विषयो पर कानून बनाने का अधिकार प्राप्त है। जो कि निम्न प्रकार है-

  • नगरी योजना।
  • भूमि उपयोग का विनियम और भवन का निर्माण।
  • आर्थिक और सामाजिक विकास योजना पर कानून बनाने का अधिकार है।
  • सड़कें और पुल बनाने का अधिकार।
  • घरेलू कार्य, वाणिज्य कार्य और औद्योगिक कार्यों के लिए जल आपूर्ति।
  • लोक स्वास्थ्य, स्वच्छता सफाई और कूड़ा करकट प्रबंधन।
  • अग्निशमन सेवाएं।
  • नगरीय वाणीकी, पर्यावरण संरक्षण और आयामों की अभिवृद्धि।
  • समाज में उपस्थित दुर्लभ वर्ग ( जिनके अंतर्गत विकलांग और मानसिक रूप से मंद व्यक्ति ही आते है।) के हितों की रक्षा करना।
  • झुग्गी बस्ती का सुधार और प्रोन्नयन।
  • नगर की निर्धनता का  उन्मूलन।
  • नगर की सुख सुविधाओं और अन्य सुविधाओं जैसे:- पार्क, उद्यान और खेल के मैदान आदि की व्यवस्था करना।
  • सांस्कृतिक, शैक्षणिक और सौंदर्यपरक आयामों की अभिवृत्ति करना।
  • कब्रिस्तान, श्मशान, शवदहा और विद्युत शवदाह गृह व्यवस्था देखना।
  • कांजी हाउस पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण करना।
  • किसी व्यक्ति के जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण की व्यवस्था।
  • सार्वजनिक सुविधाएं जैसे:-  सड़कों पर प्रकाश पार्किंग स्थल और जन सुविधाएं आदि का निर्माण करना।
  • वेधशाला और चर्मशोधनशालाओं का विनियम करना।

नगर पालिका का गठन व चुनाव प्रक्रिया (Composition and Election process of Nagar Panchayat)

नगर पालिका का गठन किस प्रकार होता है। तथा इसमें उपस्थित सदस्य किस प्रकार से चुने जाते हैं? इस की संपूर्ण जानकारी हमारे द्वारा नीचे पॉइंट के माध्यम से बताई गई है।  इस प्रक्रिया को देखने के बाद आप को इस बात का पता लग जाएगा। कि किस प्रकार नगर पालिका का गठन होता है।

  • नगर पालिका के चुनाव की बात करें। तो इसका चुनाव नगर पालिका के निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्यक्ष रूप से किया जाता है। और सीटे चुने हुए प्रतिनिधियों के बीच आवंटित की जाती हैं।
  • नगर पंचायत का यह चुनाव 5 वर्ष के लिए होता है। तथा 5 साल की अवधि समाप्त होने पर और बीच में ही विधान मंडल द्वारा कार्यालय भंग करने पर ही 6 महीने के भीतर ही पुनः चुनाव करने का प्रावधान है।
  • नगर पालिकाओं की सीटों पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के अंतर्गत आने वाले लोगों के लिए आरक्षण का प्रावधान दिया हुआ है।
  • महिलाओं के लिए कुल सीटों में से एक तिहाई सीटों को आरक्षित किए जाने का प्रावधान भी दिया गया है।
  • इसकी सभासदों द्वारा एक अध्यक्ष चुना जाता है। जो 5 साल तक अपने पद पर कार्यरत होता है। तथा अपने क्षेत्र में विकास का कार्य करता है।
  • प्रशासन के सभी कार्य अधिशासी अधिकारी द्वारा ही किए जाते हैं।

नगर पालिका क्या होती है? इससे संबंधित प्रश्न व उत्तर (FAQs):-

Q:- नगर पंचायत को किस अनुच्छेद के द्वारा संवैधानिक माना गया है?

Ans:- नगर पंचायत को अनुच्छेद 76 से संविधान संशोधन के तहत संवैधानिक माना गया है।

Q:- नगर पंचायत का कार्य क्या होता है?

Ans:- नगर पंचायत का कार्य नगर में विकास करने तथा नगर के लोगों तक सरकारी सुविधा को पहुचाने का होता है।

Q:- नगर पंचायत का कार्यकाल कितने वर्ष तक का होता है?

Ans:- नगर पंचायत का कार्यकाल 5 वर्ष तक का होता है।

Q:- नगर पंचायत अध्यक्ष किसके द्वारा चुना जाता है?

Ans:- नगर पंचायत का अध्यक्ष सभासदों द्वारा चुना जाता है। जो नगर विकास कार्य को पड़ता है।

Q:- नगर पालिका की अवधि समाप्त होने या बीच में ही  कार्यकाल भंग हो जाने पर पुनः चुनाव का प्रावधान कब है?

Ans:- नगर पालिका की 5 वर्ष की अवधि समाप्त होने पर या बीच में ही विधान सभा द्वारा कार्यकाल खत्म हो जाने पर 6 महीने के अंदर पुनः चुनाव का प्रावधान है।

Q:- नगर पालिका की सीटों पर किन किन के लिए आरक्षण का प्रावधान है?

Ans:- नगर पालिका की सीटों पर अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति वाले लोगों के साथ-साथ महिलाओं के लिए भी कुल सीटों में से एक तिहाई सीटों का प्रावधान होता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज हमने आपको अपने इस आर्टिकल में नगर पंचायत क्या होती है? इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी हिंदी में प्रदान की है। यदि आप भी उस क्षेत्र से संबंधित है। जहाँ नगर पंचायत की व्यवस्था है। तो आपको यह जानकारी पता होनी चाहिए। कि नगर पंचायत आखिर किन कार्यों के लिए स्थापित की गई है?।

इसलिए इसमें आपको हमारे द्वारा दी गई संपूर्ण जानकारी के आधार पर नगर पंचायत की सारी जानकारी प्राप्त हो गई होगी। यदि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई हो तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइए साथ में अपने दोस्तों के साथ इस लेख को शेयर करना ना भूले।

रिया आर्या

मैं शाहजहाँपुर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। शुरू से ही मुझे डायरी लिखने में रुचि रही है। इसी रुचि को अपना प्रोफेशन बनाते हुए मैं पिछले 3 साल से ब्लॉग के ज़रिए लोगों को करियर संबधी जानकारी प्रदान कर रही हूँ।

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