ब्लॉग के लिए आर्टिकल कैसे लिखें-Article Writing in Hindi

अपने हिंदी ब्लॉग के लिए आर्टिकल कैसे लिखें(Article Writing in Hindi)? यह सवाल उन लोगों के लिए बहुत जरूरी है जो अपनी ब्लॉगिंग की यात्रा हिंदी भाषा मैं शुरू करने वाले हैं या शुरू कर चुके हैं, ब्लॉग्गिंग करने में बहुत से महत्वपूर्ण फैक्टर काम करते हैं लेकिन उनका एक महत्वपूर्ण हिस्सा आर्टिकल लिखना भी होता है

ब्लॉग्गिंग की शुरुआत में ऐडसेंस का अप्रूवल भी तभी मिलता है जब आपका आर्टिकल यूनिक हो और बेहतर User Experience देता हो, यूनिक और सम्पूर्ण जानकारी देने वाले आर्टकिल ही अधिक मात्रा मैं गूगल की रैंकिंग मैं आते है, मैं पिछले 1 साल से ब्लॉगिंग कर रहा हूं और मैंने बहुत से आर्टिकल लिखे हैं जो एक अच्छे SEO और Unique क्वालिटी के साथ सर्च रिजल्ट में Show होते हैं|

हिंदी ब्लॉग के लिए हिंदी भाषा मैं एक Unique Article कैसे लिखें और उसे किस प्रकार से डिज़ाइन करे जिससे वह दुसरो से बेहतर और SEO के साथ सर्च रिजल्ट मैं अच्छे से रैंक करे, तो चलिए जानते है की कैसे लिखे एक Quality Article.

आर्टिकल लेखन क्या हैArticle Writing in Hindi

आर्टिकल एक प्रकार का Writing Format है जिसके अंतर्गत किसी भी विषय की जानकारी विस्तार से दी जाती है आर्टिकल सामान्य रूप से तीन भागों में होता है शुरुआत,मध्य, और अंत|

किसी भी विषय में और किसी भी भाषा में आर्टिकल लिखा जाता है तो उसे इस प्रकार से लिखते हैं कि उसमें लिखी जानकारी पढ़ने वाले को रोचक लगे तथा उसे वह आसानी से समझ आ सके|

एक ब्लॉग के लिए आर्टिकल में सबसे जरूरी होता है कि वह आर्टिकल यूनिक हो यानी कि वह आर्टिकल किसी भी अन्य ब्लॉग आर्टिकल से मेल नहीं खाता हो उस आर्टिकल का अपना एक समझाने का तरीका हो|

हिंदी आर्टिकल कैसे लिखेंHow to Write an Article in Hindi

हिंदी, इंग्लिश और अन्य भाषाओं के आर्टिकल भी समान तरीके से ही लिखे जाते है मैं आपको यहां पर कुछ Points बताता हु जिनसे आप आसानी से एक बेहतर आर्टिकल लिख पाएंगे तथा अपने ब्लॉगिंग की Journey को और बेहतर तरीके से आगे बढ़ा पाएंगे|

1.Section-

आर्टिकल को आप को तीन भागों में शुरुआत, मध्य और अंत में विभाजित कर लेना है इसमें आपको शुरुआत वाले भाग में उस पूरे आर्टिकल की कोई विशेष बातें या उसका दैनिक जीवन में महत्व या थोड़ा सा इंट्रोडक्शन देना है|

एक बेहतर Heading 2 की शुरुआत से आपको मध्य के हिस्से को लिखना है जिसमें आपको उस टॉपिक या लेख की सभी जरूरी बिंदु जैसे इतिहास, कार्य, योगदान और यदि वह कोई वस्तु है तो उसका उपयोग, वह कैसे काम करती है आदि पॉइंट को कवर करना है|

अंत भाग में आपको महत्वपूर्ण बिंदु, आपने क्या सीखा, आप उस विषय के बारे में क्या सोचते हैं उस विषय का आपके जीवन में कोई योगदान आदि के बारे में लिखना है|

2. Initial –

शुरुआत में आपको आर्टिकल को रोचक तथा ध्यान केंद्रित कर सके इस प्रकार से लिखना है जिसके लिए आप आर्टिकल की शुरुआत किसी प्रश्न से या किसी Quotes आदि से भी कर सकते है उसे इस प्रकार से लिखने का प्रयास करें कि जो भी रीडर उसे पढ़ने आए उसे वह रोचक लगे और उसे वह पूरा पढ़ने का मन करें|

3. Interest –

यदि आप ब्लॉगिंग के शुरुआती समय में हैं तो आप पहले उन सभी आर्टिकल को लिखने का प्रयास करें जिनमें आपको अच्छी मात्रा में ज्ञान हो या रुचि हो इससे आप उस आर्टिकल में अपना एक बेहतर Touch दे पाएंगे जिससे वह लोगों को और अधिक आकर्षित करेगा|

4. Deep Research-

किसी भी विषय पर आर्टिकल लिखने से पूर्व उस आर्टिकल की शुरुआत से आखरी तक एक सही जानकारी ले लें, कोई भी पॉइंट्स या कोई भी जरूरी बात उस आर्टिकल से छूटनी नहीं चाहिए, आपका आर्टिकल संपूर्ण तरीके से उस विषय की जानकारी दे पाए तथा रीडर को किसी और जगह पर उस आर्टिकल के बारे मैं खोजना न पड़े|

5. Problem Solving-

अधिकतर रीडर्स का किसी आर्टिकल को पढ़ने का एक मकसद यह भी होता है कि उनको उस टॉपिक से जुड़ा कोई डाउट हो या उन्हें उस टॉपिक से जुड़ी और जानकारी चाहिए होती है इसलिए आपके आर्टिकल का रीडर फ्रेंडली होना बहुत जरूरी है यानी कि वह रीडर को उसके द्वारा खोजी गयी सारी जानकारी दे पाये|

6. source-

आजकल किसी भी विषय की जानकारी आपको आसानी से और कहीं भी उपलब्ध हो जाती है लेकिन वह जानकारी सही है या नहीं इसका जान पाना हमारे लिए कठिन होता है इसलिए ब्लॉग पोस्ट या किसी भी लेख के लिए आपके पास जानकारी एक सही, उच्च गुणवत्तावाले और Certified माध्यम से आनी चाहिए|

7. Increase Knowledge-

जैसे-जैसे आप आर्टिकल को अपने अनुसार लिखते जाएंगे आपको नए-नए शब्दों का ज्ञान मिलता रहेगा, इन्हीं शब्दों को अपने आर्टिकल्स में लिखते रहें और उसे और सुंदर बनाने का प्रयास करते रहे|

किसी विषय पर आर्टिकल लिखने पर आपको उस विषय का ज्ञान भी बहुत अच्छे से हो जाएगा इस ज्ञान को आप अपने असल जीवन में भी उपयोग कर सकते हैं और अपने किसी एक आर्टिकल की नॉलेज को किसी दूसरे आर्टिकल से भी जोड़कर उसे और भी प्रभावशाली बना सकते हैं|

Article को डिज़ाइन कैसे करे

आर्टिकल कैसे लिखे(Article Writing in Hindi) यह जानने के बाद आर्टिकल को किस प्रकार से डिज़ाइन करे जिससे वह और भी आकर्षक और रुचिजनक लगे, यदि आप वर्डप्रेस या ब्लागर से ब्लॉक पोस्ट लिखते हैं तो आपको उसमें कुछ टूल्स मिलते हैं जिनका उपयोग करके आप अपने आर्टिकल या ब्लॉक पोस्ट को अट्रैक्टिव बना सकते हैं तथा जानकारी को और बेहतर ढंग से दे सकते हैं|

Paragraph

आपके आर्टिकल का प्रत्येक पैराग्राफ अधिक से अधिक तीन से चार लाइंस का होना चाहिए तथा प्रत्येक पैराग्राफ उस टॉपिक से जुडी किसी मुख्य बात को खत्म करता हुआ दर्शाना चाहिए, साथ ही पैराग्राफ के बीच कोमा और अंतिम में फुल स्टॉप, पूर्ण विराम जैसे symbol का प्रयोग भी करे और आर्टिकल एक समान लय और गति से चलना चाहिए जिससे रीडर को पड़ते समय आर्टिकल आसानी से समझ आये|

Headings

आर्टिकल को अट्रैक्टिव बनाने में Headings और Subheading’s का सबसे महत्वपूर्ण रोल होता है यह उस लेख के अहम बिंदुओं को दर्शाता है जो आर्टिकल में उपस्थित होते हैं और उन्हें बड़ा रूप देता है जिससे वह पड़ने वाले के लिए आसान हो जाता है|

ब्लॉग आर्टिकल लिखने पर आपको 6 प्रकार की Headings मिलती है जिन्हें आपको आर्टिकल के पॉइंट के अनुसार डालना होता है यदि आर्टिकल का कोई पॉइंट आर्टिकल का महत्वपूर्ण पॉइंट है तो उसे Headings 2  तथा उसके अंदर आने वाले पॉइंट्स को Headings 3 और Headings 4 आदि से दर्शाना होता है|

Bold/ Italic / Table-

अपने आर्टिकल में सभी कीवर्ड्स और हेडिंग को BOLD रखना होता है जिससे गूगल उसे आसानी से पहचान सके कि यह किस Keyword पर लिखा गया है साथ ही कुछ शब्द जो किसी महत्वपूर्ण चीज़ की और इशारा करते है तो उन्हें Italic में लिखने से इंप्रेशन और अधिक पड़ता है|

आर्टिकल में किसी प्रकार के अथवा, सत्य-असत्य या पक्ष-विपक्ष(Pros and cons) आदि लिखने के लिए टेबल का Table का उपयोग करे|

Bullets/ Numbering/ Colors-

आर्टिकल में किसी प्रकार के पॉइंट या Types आदि को लिखना हो तो वहां पर Bullets या Numbering का प्रयोग करें साथ ही अलग-अलग प्रकार के Color का उपयोग कर आर्टिकल में लिखे Lines या महत्वपूर्ण शब्द आदि को एक अच्छा लुक दे|

Image/ Outbound Links-

एक आर्टिकल को अट्रैक्टिव बनाने में इमेज का भी महत्वपूर्ण रोल होता है यह रीडर्स को अपनी ओर अट्रैक्ट करती है आपको इमेज मैं उस लेख से जुड़े विषय की इमेज अपने पोस्ट में शुरुआत में या बीच में लगा लगाना हैं साथ ही इमेज में Alt tag भी होता है जिसमें आप अपना कीवर्ड भी डालना होता है जिससे वह इमेज भी गूगल सर्च मैं रैंक करती है|

अपने ब्लॉग के DA, PA को बढ़ाने के लिए और अपनी रैंक को बढ़ाने के लिए आपको अपने आर्टिकल के कुछ शब्द या Sentence आदि को जिनके बारे में Readers को पता होना चाहिए, उन्हें किसी अन्य High DA, PA वाली वेबसाइट से लिंक कर देना होता है|

Table of content-

रीडर जब ब्लॉग पर आता है तो वह सबसे पहले यह जानना चाहता है कि मुझे इस आर्टिकल में क्या-क्या जानने को मिलेगा, उसको यह बताने के लिए हम Table Of Content का उपयोग करते हैं जिसमें सभी हेडिंग्स को रखा जाता है|

यह Table Of Content Heading1 के बाद तथा Heading2 के पहले सामान्यतः रखा जाता है|

Keywords-

Keywords ब्लॉक पोस्ट को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाते हैं इसलिए आप जिस भी Keywords पर लेख लिख रहे हैं उसे अपने पूरे आर्टिकल में प्रत्येक 100 से 200 Word वाले पैराग्राफ में एक बार उपयोग जरूर करे तथा पूरे आर्टिकल में 7 से 8 बार|

जिस Keyword पर आप आर्टिकल लिख रहे है उसके साथ-साथ आपको उस keyword से जुड़े Related Keywords को भी आर्टिकल में प्लेस करते रहना है और सभी Keywords को BOLD कर देना है|

Title-

Title भी एक ब्लॉग पोस्ट के रीडर्स की संख्या बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी होता है, टाइटल को जितना हो सके उतना अट्रैक्टिव बनाने की कोशिश करे जिससे उसके सर्च रिजल्ट में आने पर वह अन्य टाइटल से अलग दिखे तथा रीडर को अपनी और आकर्षित करे, एक सही टाइटल ही आपके ब्लॉक के ट्रैफिक को बढ़ाता है|

Share Button-

किसी भी Reader को आपकी जानकारी पसंद आती है तो वह उस जानकारी को अपने मित्र परिजन के साथ Share करना चाहे तो उसे अधिक मेहनत ना करना पड़े जिसके लिए आपको अपने आर्टिकल में शुरुआत या आखिर में सामान्य शेयर बटन जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम आदि को रखना है|

Internal Links/ Tags-

आर्टिकल लिखते समय उस आर्टिकल में यदि कुछ लाइन आपके पूर्व में लिखे गए किसी आर्टिकल की जानकारी को दर्शाती है तो आप उस पूर्व मैं लिखे गए उस आर्टिकल से इंटरलिंक कर सकते हैं, यदि ऐसा कोई शब्द ना हो जिससे इंटरलिंकिंग ना की जा सके तो आप अपने दूसरे आर्टिकल को भी रिलेटेड आर्टिकल में डाल सकते हैं|

आपके आर्टिकल के वह Keyword जो आर्टिकल में उपयोग नहीं किए गए हैं उन्हें आप टैग मैं डाल सकते हैं जिससे आपका ट्रैफिक के बढ़ने की संभावना भी अधिक होगी|

यदि आप आर्टिकल के फॉर्मेट आदि को और ढंग से समझना चाहते हैं तो आप मेरे इस आर्टिकल तथा दूसरे लिखे गए आर्टिकल को देख सकते हैं|

मुझे उम्मीद है कि आपको यह ब्लॉग पोस्ट के लिए आर्टिकल कैसे लिखें(Article Writing in Hindi) से जुड़ा लेख पसंद आया होगा इस जानकारी को अपने अन्य ब्लॉगिंग करने वाले मित्रों के साथ शेयर जरूर करें और आपके पास इस आर्टिकल से जुड़ा कोई भी सवाल है तो आप कमेंट में पूछ सकते हैं|

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अंकित कुमार

लोगों के साथ ज्ञानवर्धक जानकारी साक्षा करने की रूचि रखने वाले अंकित कुमार लखनऊ उत्तर प्रदेश से हैं। ये वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करतें हैं।

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